chronic pain treatment and pain physician role
स्पाइन दर्द एक क्रॉनिक पैन का विशेष अवस्था है जिसमें देखा गया है अधिकतर मरीज़ किसी भी #कमरदर्द को साधारण दर्द समझ कर अनदेखा करता रहता है,कई घरेलू और पारंपरिक इलाज से आराम नहीं मिलेने पर,जब मरीज़ के पास कोई विकल्प नहीं बचता है,तब जाकर डॉक्टर को परामर्श करता है,वह पर भी उसे ये पता नहीं होता की स्पाइन की समस्या के लिए क़ोनसा specialist डॉक्टर उपयुक्त होता है।ज़्यादातर डॉक्टर मरीज़ को केवल xrays करवा कर इलाज चालु कर देते है।
xrays एक baseline investigation होती है इसमें केवल वर्टेब्रलबोन अलायन्मेंट डिस्प्लेस्मेंट या कुछ हद तक फ़्रैक्चर दर्शाता है।,लेकिन इसमें किसी प्रकार से स्पाइनल कॉर्ड,डिस्क नर्व,लिग़मेंट्स कार्टिलिज,वर्टेब्रे का पूर्ण स्तिथि का detail study नहीं मिलती है।
अक्सर देखा गया है मरीज़ को यदि प्रारम्भ में कोई डॉक्टर mri इन्वेस्टिगेशन की सलाह देता है तौ उस डॉक्टर के बारे में यह राय बना ले जाती है की बिना मतलब के महँगी जाँच लिख दी,इसमें डॉक्टर की सलाह को avoid नहीं करना चाहिए क्योंकि ये मरीज़ के हित के लिए होता है ना कि डॉक्टर के फ़ायदे के लिए।
20% केसेज़ में देखा गया है ऐसे मरीज़ जो xrays को आधार मान कर अपना इलाज लेते है उन्मे spine की कई abnormality मिलती है जो कि मरीज़ के क्रॉनिक low back pain का कारण होती है।
यदि हमें स्पाइन दर्द की समस्या है तौ पहले किसी #interventionalpainphysician #पेनफ़िज़िशन ,#neurosurgeon ,#neurophysician ,ortho- spine surgeon से उचित परामर्श लेकर सही दिशा में इलाज लेना उपयुक्त रहता है,केवल दर्द दी दवा या बेड रेस्ट अथवा exercise इसका सुनिस्चित इलाज नहीं है।जब तक पूर्ण रूप से डाययग्नोसिस ना हो गया हो।